मुख्य सचिव के आदेश पर लाइट इंस्पेक्टर समेत दो निलंबित, मुख्य अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टी

शहर में गंदगी को लेकर जो शिकायत जनता और महापौर कर रहीं थी, उस पर सोमवार को मुख्य सचिव ने भी मुहर लगा दी। निरीक्षण के लिए सुबह नौ बजे अचानक नगर निगम मुख्यालय पहुंचे सूबे के मुख्य सचिव आरके तिवारी को सब्जी मंडी में गंदगी के ढेर लगे मिले। सड़कों पर सिल्ट पड़ी मिली। निस्तारित दर्शायी गई शिकायत की हकीकत जानने के लिए शिकायतकर्ताओं को फोन किया गया तो इसमें भी फर्जीवाड़ा मिला। उन्होंने निगम अधिकारियों को फटकार लगाई। मुख्य सचिव के निर्देश पर नगरायुक्त दिनेश चंद्र ने प्रकाश विभाग के इंस्पेक्टर और मोहन नगर जोन के कर्मचारी को निलंबित किया। निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्ट दी गई है।
मुख्य सचिव आरके तिवारी को दिल्ली से सोमवार सुबह मेरठ जाना था। वह मेरठ जाने की बजाय नगर निगम मुख्यालय नवयुग मार्केट पहुंच गए। डीएम, नगरायुक्त, एसएसपी समेत नगर निगम के अधिकारी कार्यालय पहुंचे। मुख्य सचिव कार से उतरे तो कार्यालय में जाने की बजाय आसपास के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था देखने पहुंच गए। निगम मुख्यालय के पीछे सब्जी मंडी में निरीक्षण के दौरान उन्हें नाले की सिल्ट सड़क पर फैली मिली। कूड़े का बड़ा ढेर लगा मिला। इस पर उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए नगरायुक्त दिनेश चंद्र सफाई में सुधार लाने के निर्देश दिए। निगम मुख्यालय में पहुंच उन्होंने शिकायत रजिस्टर देखा। निस्तारित दर्शायी गई दो शिकायतों की हकीकत जानी। शिकायतों का फर्जी निस्तारण दर्शाए जाने पर उन्होंने प्रकाश विभाग के निरीक्षक विशंभर शर्मा और मोहन नगर जोन में तैनात सफाई कर्मचारी सतीश को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके बाद निर्माण कार्यों की समीक्षा में वित्तीय प्रगति न बता पाने और आठ माह में भी पत्रावलियां स्वीकृत न होने पर उन्होंने मुख्य अभियंता मोइनुद्दीन के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्ट दर्ज करने के निर्देश दिए। नगरायुक्त ने उनके निर्देशों पर तीनों पर कार्रवाई की। इसके अलावा तीन अन्य अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ भी नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।